उच्च आदर्शों को अपने जीवन में उतारें: आनंदीबेन

  • वीर बहादुर सिंह पूर्वाञचल विश्वविद्यालय के 24 वें दीक्षान्त समारोह में राज्यपाल ने बांटे मेडल व उपाधियाँ
  • अपील: विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिये नयी शिक्षा नीति को बढ़ावा दें

लखनऊ। प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को वीर बहादुर सिंह पूर्वाञचल विश्वविद्यालय जौनपुर के 24वें दीक्षान्त समारोह में व्यक्त करते हुए कहा कि छात्र-छात्राएं कठोर परिश्रम और सतत् अध्ययन से एक महत्वपूर्ण मंजिल पार कर आज अपने जीवन का एक स्वर्णिम अध्याय प्रारम्भ कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आप जीवन में उच्च आदर्शों को संरक्षित करते हुए दृढ़ निश्चय के साथ उन्हें अपने जीवन में भी उतारें। राज्यपाल ने कहा कि आगामी जीवन यात्रा में आपके द्वारा अर्जित उच्च शिक्षा एक बड़ा संबल है। ज्ञान ही शक्ति है। इस उक्ति को जीवन में चरितार्थ करते हुए आपको भविष्य का मार्ग तय करना है। इस राष्ट्र के युवा के तौर पर साहस के साथ कठोर परिश्रम करने को आप तैयार रहें। साथ ही अपने साथ दूसरों की सफलता का आनन्द उठाने के लिए संकल्पित हों।

इस अवसर पर राज्यपाल ने स्नातक के 15 तथा स्नातकोत्तर के 58 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किये। इनमें से 47 छात्राएं और 26 छात्र हैं। राज्यपाल ने गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि छात्राओं ने बौद्धिक क्षमता में छात्रों से बाजी मारी है। हमारे छात्र भी अपनी क्षमता को बढ़ायें और आगे बढ़े।

इस दीक्षान्त समारोह में नौ सौ अड़तिस सम्बद्ध महाविद्यालयों के एक लाख छप्पन हजार पांच सौ बाईस विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गयी। इसके साथ ही बासठ अभ्यर्थियों को पी-एचडी की उपाधि प्रदान की गयी। उन्होंने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि वे सभी अपने गांव, जिला, प्रदेश एवं देश के गौरव को बढ़ायें