उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने से भारी तबाही के बाद अबतक 10 लोगों की मौत हुई है और 150 से ज्यादा लोग अभी लापता है. माना जा रहा है कि मृतकों का आंकड़ा और बढ़ सकता है. इस बीच उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एलान किया है कि घटना में जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उन सभी को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा राज्य सरकार देगी. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय आपदा कोष से किया 2-2 लाख के मुआवजे का एलान का एलान किया है.
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, ITBP के जवान रस्सी से सुरंग के अंदर पहुंचे. अभी 1 घंटे पहले तक वो लगभग 150 मीटर अंदर तक पहुंच पाए थे. ये सुरंग लगभग 250 मीटर लंबी है.
उन्होंने कहा कि हमारी सेना के लोग वहां पहुंच गए हैं. NDRF की एक टीम दिल्ली से यहां पहुंची है. मेडिकल सुविधा की दृष्टि से वहां सेना के, पैरामिलिट्री फोर्सेज के और हमारे राज्य के डॉक्टर के वहां कैंप किए गए हैं.
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, हमने वहां का हवाई सर्वे किया, इसके बाद रेणी गांव जहां तक जाया जा सकता है, वहां तक रोड से जाकर जायजा लिया. इससे पहले उन्होंने कहा कि नदी के बहाव में कमी आई है जो राहत की बात है और हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है.
बता दें कि उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने से भारी तबाही हुई है. दो NTPC प्रोजेक्ट को नुकसान है. इस घटना में डेढ़ सौ लोगों के लापता होने की आशंका है और अबतक 10 शव बरामद किए गए हैं. इस बीच रेस्क्यू में जुटे ITBP के जवानों ने तपोवन की टनल में फंसे लोगों को निकाला है.