डीजीपी राजीव कृष्ण का संदेश— बदलते समय के साथ बदलनी होगी पुलिस ट्रेनिंग की दिशा

लखनऊ ।उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने आज वाराणसी कमिश्नरेट, जनपद सुल्तानपुर और अमेठी की रिजर्व पुलिस लाइनों और पुलिस ट्रेनिंग सेंटर (PTC) में नवनियुक्त आरक्षियों के लिए चल रहे ज्वाइनिंग ट्रेनिंग कोर्स (JTC) का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षण की गुणवत्ता, मूलभूत सुविधाओं और प्रशिक्षुओं के सर्वांगीण विकास को लेकर आवश्यक निर्देश दिए।

डीजीपी ने कहा कि नवनियुक्त आरक्षी अगले 30 से 40 वर्षों तक न केवल पुलिस बल का हिस्सा रहेंगे बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव के वाहक भी बनेंगे। ऐसे में उनका प्रशिक्षण अत्यंत गंभीर और उद्देश्यपरक होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रशिक्षण केवल औपचारिकता न होकर एक परिवर्तनकारी प्रक्रिया बने। यह उत्तर प्रदेश पुलिस को नई दिशा देने का अवसर है।

राजीव कृष्ण ने कहा कि लगभग 60 हजार आरक्षियों को एक साथ प्रशिक्षित करना एक बड़ी चुनौती है, लेकिन इसे पूरी दक्षता और समर्पण से पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी स्वयं कक्षाएं लेकर प्रशिक्षण को गुणवत्तापूर्ण बनाएं और अपने अनुभव से प्रशिक्षुओं को लाभान्वित करें। प्रशिक्षण में डिजिटल स्टडी मटेरियल का प्रयोग किया जा रहा है जिससे सभी केंद्रों पर एकरूपता बनी रहे। साथ ही उत्कृष्ट प्रशिक्षकों के लेक्चर की वीडियो रिकॉर्डिंग कर उन्हें अन्य प्रशिक्षण संस्थानों में भी साझा किया जाएगा।

डीजीपी ने कहा कि यह एक कमांड फंक्शन है और प्रशिक्षुओं की ट्रेनिंग समाज और पुलिस दोनों की जरूरतों को ध्यान में रखकर कराई जानी चाहिए। उन्होंने प्रशिक्षण से जुड़े सभी अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ इस कार्य को करें ताकि इन नए आरक्षियों के माध्यम से प्रदेश में बेहतर पुलिसिंग का नया अध्याय शुरू किया जा सके।